हर शहर में एक शहर बसा है,जिसे "राग दरबारी" उपन्यास के ले-क श्रीलाल शुक्ल ने एक काल्पनिक नाम दिया है, "शिवपालगंज"
विडंबना यह है कि, इस शिवपालगंज के बाशिंदे -ुद को गर्व से गंजहा कहते हैं , गंजहा उनके लिए एक ऐसा तकनीकी शब्द है ,जिसे शिवपालगंज के लोग -ुद के लिए बड़े सम्मान सूचक रूप में इस्तेमाल करते हैं ,यह सुनिश्चित करने के लिए आप जरूर दे-िए "राग दरबारी"नाटक कि कहीं आपके शहर में कोई शिवपालगंज तो नहीं ??